फिर खुली Pak की पोल, भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर Imran Khan को किया बेनकाब !



पाकिस्तान ऐसा मुल्क है जिस पर विपदा चाहे कैसी भी आ जाए वो सिर्फ और सिर्फ एक काम करता रहेगा। और वो है। भारत को परेशान करना। भारत विरोधी वो जो भी कदम उठा सकता है उठाएगा उसे अपने देश में क्या हो रहा है इससे लेशमात्र भी फर्क पड़ता हर फोरम हर प्लेटफार्म पर पाकिस्तान भारत की आलोचना करता।. 

भारत सरकार को कठघरे में खड़ा करता है। हालांकि पाकिस्तान के पीएम के सच और झूठ से दुनिया अच्छे से वाकिफ है। लेकिन इस बात की संयुक्त राष्ट्र बैठक में पाकिस्तान ने नहीं बल्कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोला।. 

इस संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद निरोधी सप्ताह का हिस्सा बन भारत ने। पाकिस्तान और पाकिस्तान की सरकार की जमकर लताड़ लगाई। भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी ने पाकिस्तान के खिलाफ कई मुद्दे उठाए।. 

                

और बैठक 7 जुलाई को ठीक 12 साल पहले 7 जुलाई को तारीख थी जब अफगान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास पर पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने हमला कर दिया था। जिसमें कई भारतीय और अफगानी मारे गए थे। तो महावीर सिंघवी का इस पर गुस्सा और ज्यादा भड़का हुआ।. 

सिंघवी ने साफ कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक देश जिसने मुम्बई साल 2008 पठानकोट साल 2016 उरी और पुलवामा में आतंकी हमले किए वह विश्व समुदाय को उपदेश दे रहा।. 

फिर पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन का जिक्र करते हुए सिंघवी ने कहा। वैश्विक महामारी के दौरान जहां विश्व से लड़ने के लिए साथ आ रहा है वहीं पाकिस्तान जो कि सीमा पार से आतंकवादियों को भेजने का काम करता है। हर अवसर को भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी करने मनगढंत आरोप लगाने और हमारे आंतरिक मामले में दखलंदाजी करने के लिए इस्तेमाल करता रहा है। सिंघवी ने कहा कि। भारत के खिलाफ सीमा पर आतंकियों को बढ़ावा देने के साथ साथ आर्थिक मदद भी देता है पाकिस्तान।. 

पाकिस्तान आतंकियों को स्वतंत्रता सेनानी मानता है। इतना ही नहीं। पाकिस्तान भारत के घरेलू कानूनों और नीतियों के बारे में गलत जानकारी भी देता है। 

सिंघवी ने कोरोना काल में पाकिस्तान की तरफ से चलाए जा रहे नए ट्रेंड की भी पोल खोली। कहा एक और परेशान करने वाला ट्रेंड सामने आ रहा है। आतंकी समूह चैरिटी के नाम पर फंड इकट्ठा कर रहे है जिसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। उसके बाद सिंघवी ने सीधा वार किया पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पर कहा अलकायदा को खत्म करने का श्रेय लेने वाले पाकिस्तान के पीएम वही हैं जिन्होंने अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को हाल ही में पाकिस्तानी संसद में शहीद बताया था।.


सार्वजनिक रूप से इमरान खान पाकिस्तान में 40 हजार आतंकियों की मौजूदगी स्वीकार चुके हैं। इसके अलावा भारतीय अधिकारी ने बलूचिस्तान खैबर पख्तूनख्वाह और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन। और धार्मिक और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव की भी आलोचना की। संयुक्त राष्ट्र की बैठक में अपनी तारीफ सुनने के बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान जरूर गुस्से से झल्ला उठे होंगे लेकिन सच्चाई यही है और सच्चाई कहने से भारत कभी भी पीछे। नहीं रहा है।