प्रवासी मजदूरों को सस्ते में किराए का घर मुहैया कराएगी


                      

बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में प्रवासी मजदूरों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। सरकार के इस फैसले से प्रवासी मजदूरों को राहत मिलेगी। सरकार ने ऐलान किया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश के 107 शहरों में बनाए गए 1.28 लाख मकान तैयार हैं और ये मकान प्रवासी मजदूरों को किराए पर दिए जाएंगे।

सरकार ने प्रवासी मजदूरों को सस्ता किराए का मकान न मिलने की मुश्किल को देखते हुए ये फैसला लिया है।. 
प्रधानमंत्री आवास योजना में। जैसे आपको पता है शहरों में। कुछ घर बनके तैयार है। अन्य योजनाओं में। 107 शहरों में एक लाख आठ हजार। छोटे मकान यानि वन बेडरूम किचन इतने फ्लैट्स तैयार हैं।. इन फ्लैट्स को। प्रवासी मजदूरों को किराये पर देने का फैसला किया है। और। अभी एक लाख तैयार है 107 शहरों में



वहां कि कॉर्पोरेशन किराए पर देगी। और। दूसरा भी उसका हिस्सा है। कि किसी की व्यक्तिगत जमीन है। या कॉरपोरेशन अपनी जमीन पर कुछ करना चाहता है सरकार अपनी जमीन पर करना चाहती है। तो यह आवास योजना चलेगी। और उसके लिए 50 फीसदी। तो फ्लोर स्पेस इंडेक्स। कहीं एक होता है कि दो होते हैं कि तीन होता है वो 50 फीसदी ज्यादा मिले। कल्पना यह है कि लाखों घर बनने। और पहले चरण में। और 1 लाख 15 हजार घर ऐसे बनेंगेन जो वन बेडरूम की चलोगे

उसके साथ साथ पहली दफा। छह छह लोगों के लिए डॉक्यूमेंट्री भी बनेगी आपको मालूम है अनेक कर्मचारी। अनेक मजदूर। एक रूम में आठ दस 10 मजदूर रहते हैं। उसकी जगह। 3। पायदान पर उनको ठीक रहने की व्यवस्था। हो। तो ये डॉरमेट्री आज भी बनेंगे और ये भी एक लाख 35 रन लोगों को अक्षुण्ण रखेगा। तो कुल मिला के आज की योजना है वो। लगभग। चार लाख के आसपास लोगों की व्यवस्था करके साढ़े तीन लाख लोगों की। लेकिन यह स्कीम लगातार चलती रहेगी या बढ़ती रहेगी। और इसमें। 25 साल। कि ये एक एक तरह से क्यूं उसको किराए पर मिलता रहे। और मजदूर बदलेंगे तो भी। किराया का नाम नया आएगा। तो ये। काम पर जो मजदूर आते हैं उनके लिए ये एक व्यवस्था किराये पर मकान नहीं मिलता था। सस्ता नहीं मिलता था अब सस्ता मकान मिलेगा।

सरकार ने ऐलान किया है कि अगर कोई प्रवासी श्रमिक अपने घर से वापस मकान की जगह पर जाता है तो उसे भी सरकार की ओर से गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत दिया जाने वाला राशन भी मिलेगा।